देश को नागरिकता रजिस्टर नहीं,
बेरोजगारों के रजिस्टर की जरूरत
भरूच किसानो के पानी का अधिकार पाने के आंदोलन का सैकड़ों किसान एवम जनसंगठन समर्थन करेंगे।
30 जनवरी को गांधी दिल्ली भारत जोड़ो - संविधान बचाओ यात्रा बारवें दिन भरूच पहुंची।
भरूच में अनिल भगत (भरूच जिला पंचायत के उपाध्यक्ष), बलवंत सिंह (खेडुत समाज), प्रवीण राज (सर्वोदय), अशोक पटेल (खेडुत समाज), महेंद्र सिंह करमरिया (प्रमुख,खेडुत समाज, भरूच और नर्मदा जिला), बद्री भाई (सर्वोदय मंडल और पर्यावरण नेता) ने यात्रियों का स्वागत किया, जहां प्रेस वार्ता को जिला पंचायत कार्यालय के गेस्ट हाउस में यात्रियों ने संबोधित किया ।
यात्रा संयोजक अरुण श्रीवास्तव ने यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि यह यात्रा गांधी जी की 150वीं जयंती और समाजवादी आंदोलन के 85 वर्ष पूरा होने के अवसर पर स्वतंत्रता आन्दोलन, समाजवादी आन्दोलन के मूल्यों की पुनर्स्थापना तथा संवैधानिक मूल्यों की स्थापना, सीएए-एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ, सार्वजनिक क्षेत्रों के निजीकरण, बढ़ती बेरोजगारी एवं गैरबराबरी, मॉब लिंचिंग, करोड़ों आदिवासियों को उजाड़ने की साजिश, दलितों, महिलाओं एवं अल्पसंख्यकों पर बढ़ते जुल्मों, गहराते कृषि संकट, श्रम क़ानूनों को ख़त्म कर चार कोड लागू कर पच्पन करोड़ श्रमिकों के जीवन को असुरक्षित बनाने आदि मुद्दों को लेकर समाजवादी समागम द्वारा राष्ट्र सेवा दल, हिन्द मजदूर सभा, जनांदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय, हम समाजवादी संस्थायें, हम भारत के लोग, यूसुफ मेहेर अली सेंटर फैक्टर, इंसोको और नशा मुक्त भारत आंदोलन के समर्थन से और डिजिटल मीडिया पार्टनर पैगाम के साथ निकाली गई है।
डॉ. सुनीलम ने कहा कि भरूच के किसानों को पानी देने के लिए बनी सरदार सरोवर योजना का लाभ सरकार कॉर्पोरेट को दे रही है, भरूच के किसानों के आंदोलन का अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति से जुड़े 250 किसान संगठन जनांदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय से जुड़े 350 संगठन समर्थन करेंगे, ताकि किसानों का पानी पर अधिकार कायम हो सके। उन्होंने कहा कि देश के भूमि अधिग्रहण कानून के मुताबिक मुआबजा देने के हाई कोर्ट के निर्देशों का पालन नहीं किया जाना बतलाता है कि सरकारें न्यायालय की अवमानना कर रही हैं लेकिन अदालत मौन हैं।
डॉ. सुनीलम ने कहा कि दरिया 25 किलोमीटर अंदर आ गया है जिसके कारण किसानों को खारा पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है परंतु सरकार हाथ पर हाथ धरी बैठी है।
किसान नेता डॉ. सुनीलम ने कहा कि मोदी सरकार ने नोटबन्दी, जी एस टी, धारा 370 खत्म कर तथा नागरिकता संशोधन कानून लागू कर देश को आर्थिक मंदी के रास्ते पर धकेल कर दिया है। जहां हर साल 1.5 करोड़ लोग रोज़गार की तलाश में पढ़ लिख कर बेरोज़गारों की लाइन में लग जाते है, वहां पिछले 5 सालों में 3.65 करोड़ लोग, जो रोज़गार में थे, सरकार की नीतियों के कारण बेरोज़गार हो गए है। कुल मिलाकर देश के 15 करोड़ लोग बेरोज़गार हो गए है जिन्हें रोज़गार की ज़रूरत है, इसलिए देश को नागरिकता रजिस्टर की नही, बेरोज़गारों के रजिस्टर की ज़रूरत है जिन्हें 10,000 रुपये प्रति माह रोज़गार भत्ता दिया जाना चाहिए।
बद्री भाई जोशी ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा की भारत के दो प्रमुख मुश्किलें हैं, साम्प्रदायिक और पर्यावरण। उन्होंने कहा कि देश से अंग्रेज़ तो चले गए लेकिन अंग्रेज़ियत अभी भी जारी है। महेंद्र सिंह करमरिया ने भरूच के किसानों की बदत्तर स्थिति का बयान करते हुए कहा कि सरदार सरोवर के पानी से 273 गांव के 1.66 लाख हेक्टेयर खेती ज़मीन की सिचाईं होनी थी लेकिन अब तक 20,000 हेक्टर की भी नहीं हो पाई है। इसके अलावा आने वाले पांच सरकारी प्रोजेक्ट्स - बुलेट ट्रैन, अर्बन डेवेलोपमेंट ऑथोरिटी, दिल्ली मुम्बई फ्रेट कॉरिडोर, एक्सप्रेस हाईवे, जी.आई.डी.सी के लिए 300 से ज्यादा गाँवों की ज़मीन अधिग्रहण की जाने वाली है जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। अर्बन डेवेलोपमेंट अथॉरिटी के लिए किसानों की 40 प्रतिशत ज़मीन बिना मुआवज़े अधिकृत की
भरूच से निकलकर यात्रा पी.के देसाई विद्यालय पहुंची जहां उत्तम परमार और विद्यार्थियों ने यात्रियों का स्वागत किया। विद्यार्थियों की सभा को यात्रियों ने संबोधित किया और प्रमिला ने 'मानू तो मैं गंगा माँ हूं' गाना गाया।
संस्था के संचालक, उत्तम परमार ने विद्यालय के बारे में बताते हुए कहा कि आजादी के आन्दोलन के दौरान कांजी भाई देसाई ने इस स्कूल की स्थापना की थी और उनके दोनों बेटे प्रमोद भाई देसाई और हितेंद्र भाई देसाई ने आज़ादी के बाद में 12 स्कूलों का संचालन किया। हितेंद्र भाई ने मुख्यमंत्री बनने के बाद गुजरात में निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की। उत्तम भाई ने बताया की जो भी परिवर्तनकारी लोग कीम में आते है वे उनका स्वागत करते है।
प्रमिला ने गीत गाया।
अरुण श्रीवास्तव ने यात्रा के उद्देश्यों और समाजवादी आंदोलन की जानकारी दी।
डॉ. सुनीलम ने छात्र-छात्राओं को डॉ. लोहिया द्वारा प्रतिपादित सप्त क्रांति जानकारी दी था भारत का संविधान जिन्दाबाद के नारे लगवाए।
कीम से निकलकर यात्रा सूरत पहुँची जहां यात्रियों ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया।
प्रेस वार्ता में पी.जे. जोसी (केरल), लोकेश भिवानी (हरियाणा), विजय हंगे, गणेश गोंदरे (महाराष्ट्र), स्वाति, प्रमिला और अंजना (उत्तराखंड), बाले भाई (मध्यप्रदेश), रोहन गुप्ता (झारखंड) शामिल हुए।
उल्लेखनीय है पहले चरण की यात्रा 16 राज्यों में होकर 23 मार्च को हैदराबाद में पूरी होगी। दूसरा चरण 11 अप्रैल को चंपारण से शुरू होकर 17 मई को पटना में पूरा होगा, इस दौरान 10 राज्यों की यात्रा की जाएगी, तीसरा चरण 11 अक्टूबर को सिताबदियारा (बलिया) से शुरू होकर 31 अक्टूबर को नरेंद्र निकेतन, दिल्ली में समाप्त होगा। समाजवादी विचार यात्रा हेतु देशभर में 500 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
समाजवादी समागम एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य स्वतंत्रता आन्दोलन , समाजवादी आन्दोलन एवम संवैधानिक मूल्यों की पुर्नस्थापना के साथ-साथ देशभर के समाजवादी, गांधीवादी, सर्वोदयी, वामपंथी, अंबेडकरवादी विचारधारा से जुड़े जन आंदोलनकारियों, मानव अधिकारवादियों, पर्यावरणवादियों एवं सभी लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखने वाले संगठनों और व्यक्तियों को स्थानीय स्तर पर आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से एकजुट करना है।
डॉ. सुनीलम पूर्व विधायक
भारत जोड़ो- संविधान बचाओ, समाजवााा यात्रा