आपके मुखौटे बार बार गिरते हैं. आप अपनी वाल पर चुप्पी साध भी लें तो यहां वहां आपके कमेंट्स बताते हैं कि आपके भीतर मनुष्यता नहीं बची है. आपका पेट भरा है. आप सुरक्षित हैं. गरीबों के लिए जो भुखमरी का समय है, ऐसा समय आप दो चार साल निकाल सकते हैं, क्योंकि आपकी आय तय है, लेकिन गरीब कामगारों को नहीं बचाया गया तो प्रफुल्लित, उल्लासित और नि:शंक जीवन आपका भी ज़्यादा नहीं रहेगा.
आप बस हिन्दू मुसलमान करते रहिए. जो समझ जूता गांठने वाले, रिक्शा चलाने वाले, लिफ्टमेन और आपकी गली मुहल्ले की चौकीदारी करने वाले में है, वह तक आप में नहीं है. यह आपके लिए शर्मनाक है लेकिन शर्म से हम मुंह छुपाते है.
और हम बस प्रार्थना में हैं...🙏
@ Anil Karmele