आज का दिन "लोकतंत्र के अंतरराष्ट्रीय दिवस" के रूप में मनाया जाता है..
संशय , वर्तमान की चिंता,और भविष्य के संकट की फ़िक़्र में मैं सरकार से सवाल करता हूँ..
मेरा सवाल है कि आर्थिक मंदी के इस भयावह संकट, जब लोगों के पास रोज़गार, खाना ,दवा भी नहीं..,सरकार के पास तनख्वाहें देने और स्वास्थ्य सुविधाएं पुख्ता करने तक के पैसे नहीं हैं...
तो ऐसे में क्या प्रधानमंत्री का व्यक्तिगत उपयोग हेतु करोड़ों का विशेष विमान खरीदना, देखा देखी मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री का भी विशेष विमान खरीदना, अति भव्य और सुंदर प्रधानमंत्री आवास-लोकसभा-राष्ट्रपति भवन वाले कॉरीडोर को तुड़वा कर हज़ारों करोड़ से नया बनवाना जैसी योजनायें ज़रूरी हैं ?? जिन्हें स्थगित या रद्द करके
जनता को राहत देने का काम करना बेहतर नही होगा ?
सरकार इन मुद्दों पर अपना पक्ष सामने रखे और मोदी केयर फंड तथा कोरोना राहत पैकेज कहाँ खर्च हुआ उसको भी सामने लाये ,ताकि जनता संबंधित लोगों से अपना हक ले सके।
#indianeedsequality #बराबरी_ज़रूरी_है
#FightInequality
(वरना मीडिया भले हमे महीनों ज़रूरी मुद्दों से भटकाये, हमारे घर के वास्तविक संकट जल्द ही सरकार की असलियत सामने ले आएंगे)
deepak kabir